नई दिल्ली/मुंबई. महाराष्ट्र के राजनितिक गलियारों से मिली बड़ी खबर के अनुसार, अब एक निजी चैनल को दिए अपने एक इंटरव्यू में देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने यह दावा किया है कि, जिस वक्त महाराष्ट्र में BJP-NCP की जो सरकार बनी, वह शरद पवार की सहमति और आशीर्वाद से ही बनी थी। लेकिन फिर पवार अपनी बात से पीछे हट गए थे, यही कारण रहा कि ये प्रयोग लंबे वक्त तक सफल नहीं हो सका था। इसके साथ ही देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया कि NCP की ओर से ही BJP के साथ सरकार बनाने की पहल की गई थी।
फडणवीस का बड़ा खुलासा
जी हां, महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुलासा करते हुए कहा कि, “जब उद्धव जी और शिवसेना ने हमसे नाता तोड़ा और तब सरकार गठन को लेकर अनेकों चर्चाएं हो रही थीं। तब NCP के कुछ लोगों ने कहा था कि हम आपके साथ मिलकर सरकार बनाना चाहते हैं, इसके बाद हमारी शरद पवार जी के साथ एक बैठक भी हुई थी।”
Hon Governor Bhagat Singh Koshyari administered the oath of Chief Minister of Maharashtra to Shri Devendra Fadnavis and Deputy CM to Shri Ajit Pawar. pic.twitter.com/88AXf9EYV3
— CMO Maharashtra (@CMOMaharashtra) November 23, 2019
इसके बाद फडणवीस ने कहा कि शरद पवार की मौजूदगी में भी इस सरकार गठन का फैसला हुआ, अजित पवार और मुझे सारे अधिकार दिए गए और हमने तब पूरी तैयारी की थी। लेकिन फिर अचानक शपथ से 3-4 दिन पहले शरद पवार अपने फैसले से पीछे हट गए। लेकिन इसके बाद भी अजित पवार और हमने सरकार गठन की शपथ ली। हमें उम्मीद थी कि शपथ के बाद पवार साहेब साथ में आएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और बाद में हमारी वह सरकार खत्म भी हो गई।”
क्या था समीकरण
पता हो कि महाराष्ट्र में BJP-शिवसेना ने एक साथ चुनाव लड़ा था। लेकिन फिर नतीजों के बाद दोनों के बीच सरकार बनाने को लेकर सहमति नहीं बनी। यह भी बता दें कि उस चुनाव में BJP को 288 में से कुल 105 सीट, जबकि शिवसेना महज 56 सीटें जीत पाई थीं। वहीं सरकार बनाने की उठापटक के बीच शिवसेना ने BJP से सीधे मुख्यमंत्री पद की डिमांड कर डाली, लेकिन तब BJP ने साफ़ इनकार कर दिया। तब इन दोनों की सरकार तो नहीं बनी, लेकिन BJP ने 54 सीट वाली NCP से हाथ मिला लिया।
नहीं चली सरकार
लेकिन तब अजित पवार और देवेंद्र फडणवीस की जोड़ी लंबे वक्त तक नहीं चल पाई। महज 80 घंटों में ही अजित पवार को समर्थन देने वाले विधायक वापस शरद पवार के खेमे में जा पहुंचे और फिर BJP की सरकार गिर गई। इस उठापटक के बाद कांग्रेस-NCP-शिवसेना ने मिलकर महाराष्ट्र में महाअघाड़ी की सरकार का गठन किया। हालांकि यह सरकार भी करीब 1 साल तक चली, जिसके बाद BJP और शिंदे गुट ने मिलकर सरकार का गठन किया और अब फिलहाल एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं जबकि देवेंद्र फडणवीस इस सरकार के उप मुख्यमंत्री पर आसीन हैं।